तुझसा अंदाज-ए-बयाँ, ये दम किसमें है
तेरी बज्म से उठ जायें, ये दम किसमें है
तेरी बज्म से उठ जायें, ये दम किसमें है
तुमने कुछ कहकर मेरी
आबरू रख ली
तुझसे फरियाद करें, ये दम किसमें है
दुनिया दीवानो को पागल
करार देती है
खुद ही आशियाँ जलायें, ये दम किसमें है
पड़ा था कब्र पर फिर भी
आँखे खुली रही
“काफिर” जैसी हसरतें, ये दम किसमें है
तुमने कुछ कहकर मेरी आबरू रख ली
जवाब देंहटाएंतुझसे फरियाद करें, ये दम किसमें है
बहुत खूब
बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अंदाज।